किस नेता ने माना, मैं हाफिज़ सईद से फोन पर बात करता हूं?
अलगाववादी नेता शब्बीर शाह ने कबूल किया कि कश्मीर के मुद्दे पर उसकी फोन पर आखिरी बातचीत आतंकी हाफिज सईद से जनवरी 2017 में हुई।
अलगाववादी नेता शब्बीर शाह ने कबूल किया कि कश्मीर के मुद्दे पर उसकी फोन पर आखिरी बातचीत आतंकी हाफिज सईद से जनवरी 2017 में हुई।
प्रवर्तन निदेशालय यानि ईडी ने बड़ा खुलासा किया। कश्मीर के अलगाववादी नेता शब्बीर शाह ने माना मोस्ट वांटेड आतंकवादी हाफिज सईद से उसकी बात होती रहती थी। ईडी ने अपनी चार्जशीट में लिखा है, “शाह ने माना है कि वह कश्मीर मुद्दे पर हाफिज सईद से फोन पर बात करता रहा है।” ईडी ने कहा, “हाल में उसने हाफिज सईद से जनवरी 2017 में बात की थी।” यह खुलासा उस आरोप-पत्र में किया गया है, जिसे ईडी ने मनी लांडरिंग के एक मामले की जारी जांच के सिलसिले में कथित हवाला कारोबारी मोहम्मद असलम वानी और शाह के खिलाफ दाखिल किया है।
आरोप-पत्र में यह भी कहा गया है कि कश्मीर का रहने वाला मोहम्मद शफी शायार भी पाकिस्तान जाने से पहले उनके आंदोलन का हिस्सा था। आरोप-पत्र में कहा गया है, “शाह फोन के जरिए शायार के संपर्क में था। काल डिटेल रिपोर्ट सीडीआर के विश्लेषण से पाया गया है कि शायार द्वारा उसके पाकिस्तानी नंबर से शब्बीर शाह के मोबाइल पर 22 जनवरी, 2017 से 26 जुलाई, 2017 तक 20 किए गए ।”
ईडी के अनुसार, शायार से शाह की मुलाकात 1993-94 के दौरान जम्मू के केंद्रीय कारागार में हुई थी। जेल से रिहा होने के बाद शायार अपने परिवार के साथ पाकिस्तान चला गया और रावलपिंडी में बस गया। वह अनंतनाग में पीपुल्स लीग नामक एक संगठन से जुड़ा हुआ था। आरोप-पत्र में आगे कहा गया है, “शाह ने कहा कि ये फोन कश्मीर पर चर्चा के लिए पाकिस्तान से किए गए थे।”
ईडी ने आरोप पत्र में बताया है कि शब्बीर शाह ने इस बात को खुद कबूल किया है कि उनके पास अपनी आय का कोई स्रोत नहीं हैऔर वह आईटीआर भी दाखिल नहीं करता है। ईडी ने बताया कि पार्टी के लिए चंदा नगद में लिया जाता है। जबकि उस चंदे की रसीद भी नहीं देता था।